Friday 22 July 2011

बारिश

बारिश का आना !
जैसे माँ का लहराता आँचल |
पानी का बरसना !
ममता से भर आई हों जैसे
पिता की आँखें |
बूँदों का आलिंगन !
मिल रहे हों जैसे किसी अपने से
लम्बे अंतराल के बाद |
माटी की महक !
नवजात बच्चे की देह से
फूट रही हो जैसे सुगंध |
पत्तों का मर्मर संगीत !
बज रही हो प्राणों में
जैसे सरस्वती की वीणा |
बादलों का स्पर्श !
छू लिया हो जैसे किसी ने
लाड़ से , दुलार से |
गर्जना के स्वर !
मंदिर से उठ रही हो जैसे
पवित्र शंख ध्वनि |
गीली मिट्टी , गीला मन
घटाएँ जैसे मधुबन |
आसमान !
रोये - रोये से नयन |
बारिश में भींगना !
जीवन को जी भरकर जीना | 

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